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बबूल लकड़ी की पहचान | बबूल लकड़ी की पहचान कैसे करते हैं | babul lakadi ki pahchan

                 शिव बबूल लकड़ी की पहचान

बबूल लकड़ी की पहचान
बबूल लकड़ी की पहचान
बबूल लकड़ी की पहचान किस तरह करते हैं बबूल लकड़ी को पहचानने का सबसे आसान तरीका क्या है
 
जब भी हम लोग अपने घर बनवाते हैं तो आपको घर के खिड़की चौखट इत्यादि बनाने में लकड़ी का प्रयोग करना पड़ता है दिक्कत इस जगह पर आती है की लकड़ी की पहचान करना बहुत ही ज्यादा मुश्किल होती है आज मैं आपको शिव बबूल लकड़ी के बारे में कुछ ऐसी पहचान बताऊंगा जिसकी वजह से आप इसे पहचान पाएंगे और आपका काफी पैसा बच जाएगा और आप किसी भी धोखाधड़ी होने से भी बच जाएंगे तो जानते हैं कि बबूल लकड़ी की पहचान क्या होती है
:शिव बबूल लकड़ी को पहचानने के यह 5 तरीके होते हैं
 
बबूल लकड़ी की पहचान
बबूल लकड़ी की पहचान
 
1) बबूल की लकड़ी को कलर द्वारा पहचानना
बबूल की लकड़ी हो हम लोग कलर के द्वारा पहचान सकते हैं हम बता दें कि बबूल लकड़ी का कलर पीला होता है इसमें आपको वाइट और पीला मिक्स कलर मिलता है शिव बाबू लकड़ी की पहचान पीले रंग से होती है यह पीला कलर आपको शिव बबूल लकड़ी की पहचान कराता है पर कुछ लकड़ियां ऐसी भी होती हैं कि वह भी पीली होती हैं इसीलिए नीचे कुछ और उदाहरण दिए गए हैं जिसके द्वारा आप उसे पहचान सकते हैं
 
2) बबूल की लकड़ी को रेशे के द्वारा पहचानना
 
शिव बाबू लकड़ी को रेशे द्वार पहचाना या फिर उसके अंदर जो खूबियां होती हैं उनके द्वारा पहचाना हर लकड़ी में एक अनोखी बात होती है जोकि उसके रेशे को दर्शाती है यहां लकड़ी भी रेशा दर्शाती है शिव बबूल लकड़ी में बहुत कम रेशे होते हैं अगर आप इस लकड़ी को पॉलिश करवाते हैं तो यह देखने में इतनी अच्छी नहीं लगती है इसे आप केवल पेंट ही करवा सकते हैं क्योंकि इसमें रेशे मालूम ही नहीं देते हैं पॉलिश होने के बाद अगर जिस लकड़ी मेरे से नहीं आते हैं वह लकड़ी की सुंदरता नहीं आती है
3) बबूल की लकड़ी को वजन या भार द्वारा पहचानना
 
बबूल लकड़ी को आप वजन के द्वारा भी पहचान सकते हैं अगर हम इसका वजन अन्य लकड़ियों से करें जो कि मार्केट में आती हैं जिसमें से एक सागवान है और दूसरी चीड़ की लकड़ी है उन दोनों से या लकड़ी काफी भारी होती है तो आप कुछ इस तरीके से भी शिव बाबू लकड़ी की पहचान कर सकते हैं
4) बबूल की लकड़ी को महक द्वारा पहचानना
 
हर लकड़ी की एक महक होती है या सुगंध होती है इस लकड़ी में भी एक सुगंध होती है जो कि केवल शिव बबूल की लकड़ी में आती है अगर आपको इसकी मेहक पता है या फिर आप कभी शिव बबूल के पत्ते या फिर उसका कुछ भी यूज़ किया है तो आपको इसकी मेहक पता होगी जब आप लकड़ी कटवाने जाए तो उसके बुरादे को उठाकर सुगते है अगर आपको या मैं उस तरह लगती है तो या बबूल की लकड़ी है बबूल लकड़ी की महक अन्य लकड़ियों से सबसे अलग होती है
5) सुखी हुई बबूल की लकड़ी को किस तरह पहचाने
 
बबूल लकड़ी अगर सूख जाती है तो आप इसे 50% नहीं पहचान पाएंगे क्योंकि यह लकड़ी सागवान की कॉपी हो जाती है मतलब की यह बिल्कुल सागवान की तरह दिखने लगती है अगर आपको बबूल की लकड़ी और सागौन की लकड़ी में फर्क जानना है तो आप जब वह लकड़ी कटती है तो उसके टुकड़े में आपको पीला कलर जरूर दिखाई देगा और सागवान की लकड़ी में ब्राउन कलर दिखाई देगा या फिर भूरा कलर दिखाई देगा जिससे आप बबूल की लकड़ी को आराम से पहचान लेंगे बताते हैं बबूल की लकड़ी सागवान की लकड़ी से सस्ती होती है इसलिए काफी लोग सागवान की जगह पर बबूल की लकड़ी लगा देते हैं इस धोखे से बचें और अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो नीचे कमेंट करें
 

Prachi

NCERT-NOTES Class 6 to 12.

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